National Recruitment Agency: Common Eligibility Test CET For Govt. Jobs
सरकारी नौकरियों के लिए होगी एक ही भर्ती परीक्षा, साल में 2 बार CET कराएगी NRA अब तक आप प्रत्येक नई भर्ती के लिए अलग-अलग टेस्ट देते थे और उसकी परीक्षा होती थी लेकिन अब ऐसा नहीं होगा अब सिर्फ आपको एक ही परीक्षा देनी होगी और उसकी मेरिट के आधार पर आपको 3 साल तक जो भी भर्ती आएगी उनम नौकरी मिलेगी यानी कि आपको अब बार-बार फॉर्म नहीं भरना पड़ेगा और ना ही आपको परीक्षा देनी होगी केंद्र सरकार ने एक परीक्षा कराने के लिए एजेंसी का गठन किया है जिसका नाम नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी है और सभी भर्तियों के लिए एक परीक्षा होगी परीक्षा का नाम कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट है
केंद्र सरकार की सरकारी नौकरियों के लिए एक ही परीक्षा होगी। केंद्र सरकार के केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भर्ती के लिए नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी (एनआरए) के गठन को मंजूरी दे दी है। NRA केंद्र सरकार की सरकारी नौकरियों के लिए एक कॉमन एलजिबिलिटी टेस्ट (CET) कराएगी। इससे करीब 2.5 करोड़ उम्मीदवारों को 1 से अधिक परीक्षाओं में बैठने से छुटकारा मिलेगा। इसकी शुरुआत रेलवे, बैंकिंग और एसएससी की आरंभिक परीक्षाओं को मर्ज करने से होगी। बाद में अन्य परीक्षाएं भी इसमें शामिल की जाएंगी। इस साल बजट में ही इस एजेंसी के गठन का ऐलान कर दिया था।
साल में दो बार आयोजित होगी NRA परीक्षा
केंद्र सरकार ने एजेंसी का गठन करने के बाद में टेस्ट आयोजित करेगी टेस्ट का नाम को मिले-जुले टेस्ट है और यह साल में दो बार आयोजित होगा रेलवे आईबीपीएस एसएससी के लिए एक ही अपडेट होगा कि परीक्षाओं को ग्रुप बी और सी के उम्मीदवार बैठते हैं लेकिन अभी उन्हें सभी भर्तियों के लिए अलग-अलग परीक्षा देनी पड़ती है अब उन्हें की परीक्षा देनी होगी
तीन साल तक मान्य रहेगी CET मेरिट सूची
नए फैसले के मुताबिक सीईटी में सफल उम्मीदवारों की एक मेरिट लिस्ट तैयार होगी, जो 3 साल तक मान्य रहेगी। जो उम्मीदवार अपना स्कोर बेहतर करना चाहेंगे वे पुन परीक्षा में बैठ सकेंगे। जो उम्मीदवार प्रारंभिक परीक्षा में सफल होंगे उन्हें बैंक, रेलवे या एसएससी की दूसरे चरण की परीक्षा में शामिल होने के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने साफ किया कि सिर्फ आरंभिक परीक्षा एक होगी बाकी अन्य औपचारिकताएं और नियम पूर्व की भांति रहेंगे।
अभी सभी भर्तियों के लिए अलग-अलग परीक्षा है
अभी तीन परीक्षाओं को मर्ज किया जा रहा है बाद में अन्य परीक्षाएं भी इसमें शामिल होंगी। केंद्र की करीब 20 एजेंसियां भर्ती परीक्षाएं आयोजित करती हैं जो चरणबद्ध तरीके से इसमें मर्ज हो जाएंगी। देश में सरकारी नौकरियों के लिए 20 से अधिक भर्ती एजेंसियां हैं। सरकारी नौकरी के लिए युवाओं को बहुत सी परीक्षा देनी होती थी।
क्या होगा फायदा
- उम्मीदवारों को अलग-अलग आरंभिक परीक्षाओं से मुक्ति मिलेगी
- परीक्षाओं की तारीखें एक साथ आ जाने से एक परीक्षा छोड़नी पड़ती थी, जो अब नहीं होगी
- परीक्षा केंद्र अलग-अलग शहरों में पड़ते थे। अब यह समस्या खत्म हो जाएगीपरीक्षाओं के लिए अब हर जिला मुख्यालय पर एक केंद्र होगा। दूर नहीं जाना होगा
- एक ही परीक्षा के लिए फीस भरनी होगी। यात्रा पर होने वाले खर्च में भी कमी आएगी
- रेलवे भर्ती बोर्ड, कर्मचारी चयन आयोग और आईबीपीएस के प्रतिनिधि संचालक मंडल में शामिल होंगे
- अभी परीक्षा के आवेदन से लेकर रिजल्ट आने में 12-18 महीने लगते हैं। सीईटी से यह समय घटेगा
ग्रुप-बी और सी वालों को बड़ी राहत
ग्रुप बी और सी की आरंभिक परीक्षा की अर्हताएं एक जैसी होती हैं, लेकिन हर बोर्ड का अलग पैटर्न होने के कारण उम्मीदवारों को अलग-अलग प्रकार से परीक्षा की तैयारी करनी पड़ती है। एक परीक्षा होने से एक ही किस्म की तैयारी करनी होगी।
एक परीक्षा की योजना सफल रही
केंद्र सरकार ने पूर्व में एमबीबीएस में एडमिशन के लिए भी एक टेस्ट किया है। जो सफल रहा है। जबकि पहले हर राज्य अपनी परीक्षा करता था। इसी प्रकार प्रतियोगी परीक्षाओं के आयोजन के लिए एक एजेंसी एनटीए का गठन किया है। पहले यह कार्य सीबीएसई या अन्य एजेंसियों को करना पड़ता था।
दिल्ली में होगा NRA का मुख्यालय
एनआरए एक स्वायत्त संस्थान होगी, जिसका मुख्यालय दिल्ली में होगा। इसका अध्यक्ष सचिव स्तर का अधिकारी होगा। एनआरए द्वारा देश भर में एक हजार परीक्षा केंद्रों की स्थापना की जाएगी। एक जिले में कम से कम एक परीक्षा केंद्र का होना सुनिश्चित किया जाएगा। प्रारंभिक परीक्षा 12 क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित की जाएगी। एनआरए के गठन पर तीन सालों में करीब 1517 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। मकसद यह है कि पारंभिक परीक्षा के लिए उम्मीदवार को जिला मुख्यालय से आगे नहीं जाना पड़ेगा
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